सोमवार, 27 सितंबर 2010

चांदी में तेजी का सिलसिला जारी

नित नए रिकॉर्ड बना रही चांदी में तेजी का सिलसिला जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती के बीच स्थानीय सराफा बाजार में सोमवार को यह धातु 125 रुपये भड़ककर नए शिखर पर पहुंच गई। यह 33 हजार 300 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। हालांकि श्राद्ध के चलते सोने में मांग ठंडी रही। इससे यह पीली धातु पूर्वस्तर 19 हजार 400 रुपये प्रति दस ग्राम पर यथावत रही।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस दिन चांदी के दाम 0.8 प्रतिशत की तेजी के साथ 21.60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गए। चांदी का यह तीन दशक सबसे ऊंचा स्तर है। विदेश में तेजी के रुझान के बीच घरेलू बाजार में स्टॉकिस्ट आगामी त्योहारी सीजन के लिए लिवाली में जुटे हुए हैं। इससे चांदी ऊपर चढ़ती जा रही है। इस दिन चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 115 रुपये के लाभ के साथ 32 हजार 835 रुपये प्रति किलो पर बंद हुए। चांदी सिक्का पूर्वस्तर 35300-35400 रुपये प्रति सैकड़ा बोला गया।

सोना आभूषण पिछले स्तर 19 हजार 300 रुपये प्रति दस ग्राम पर यथावत रहा। इसी तरह गिन्नी भी पूर्वस्तर 15 हजार 300 रुपये प्रति आठ ग्राम पर बोली गई।

रविवार, 26 सितंबर 2010

मॉनसेंटो शुरू करेगी मोबाइल आधारित सेवा

भारत की अग्रणी बीज निर्माता कंपनी मॉनसेंटो इंडिया लि. मोबाइल आधारित सेवा डॉ. डिकॉल्व फॉर्म केयर के जरिए नवगछिया सहित बिहार के किसानों को खेती से संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराएगी। रविवार को स्थानीय सधुआ प्राथमिक विद्यालय में आयोजित गोष्ठी में कंपनी के क्षेत्रीय पदाधिकारी विशाल आचार्य ने बताया कि इसके जरिए कंपनी किसानों को कीट प्रबंधन, कृषि संबंधित सलाह, बीज विक्रय केंद्रों की जानकारी इत्यादि सेवाएं मुफ्त प्रदान करेगी। इस दौरान तकरीबन दो सौ किसानों के मोबाइल नंबर एवं खेतों से संबंधित जानकारियों का ब्योरा भी कंपनी ने एकत्रित किया। इस मौके पर कंपनी के गोपाल कुमार, अनंत कुमार, सौरभ कुमार समेत सधुआ पंचायत के मुखिया राजेन्द्र प्रसाद भी मौजूद थे।

लिवाली के चलते चांदी नई ऊंचाई पर

अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के रुख के बीच स्टाकिस्टों और सटोरियों की भारी लिवाली के चलते समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी के भाव 33,175 रुपये किलोग्राम की नई ऊंचाई को छू गए। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की भारी खरीदारी ने चांदी की मांग बढ़ा दी।

इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजारों में रिकार्ड ऊंचाई को छूने के बावजूद मौजूदा उच्च स्तर पर घरेलू बाजार में लिवाली समर्थन नहीं मिलने से सोने के भाव उतार-चढ़ाव के बाद पूर्वस्तर पर अपरिवर्तित बंद हुए।

बाजार सूत्रों के अनुसार एशिया में चांदी के भाव 30 माह के उच्च स्तर को छू गए, जो 1980 के बाद का उच्चतम स्तर है। इसी प्रकार सोने के भाव 1300 डालर प्रति औंस के रिकार्ड स्तर तक जा पहुंचे। जिसका असर स्थानीय बाजार धारणा पर पड़ा।

लिवाली का ताजा समर्थन मिलने से चांदी तैयार के भाव 525 रुपये की तेजी के साथ सप्ताहांत में 33,175 रुपये किलोग्राम की नई ऊंचाई पर बंद हुए। चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 445 रुपये उछलकर सप्ताहांत में 32,720 रुपये किलोग्राम बंद हुए।

भारी मांग के चलते चांदी सिक्का के भाव 200 रुपये की तेजी के साथ सप्ताहांत में 35,300 से 35,400 रुपये प्रति सैकड़ा की नई ऊंचाई पर बंद हुए।

भारी उतार-चढ़ाव के बीच सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव सप्ताहांत में पूर्वस्तर क्रमश:19,400 रुपये और 19,300 रुपये प्रति दस ग्राम अपरिवर्तित बंद हुए। चुनिंदा लिवाली के चलते गिन्नी के भाव 100 रुपये चढ़कर सप्ताहांत में 15,300 रुपये प्रति आठ ग्राम बंद हुए।

दलाल स्ट्रीट में बरकरार रहेगी तेजी

सेंसेक्स को 32 महीने बाद एक बार फिर 20 हजारी बनाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारतीय शेयर बाजारों को समर्थन आगे भी बने रहने की संभावना है जिसे देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि यह सप्ताह में भी तेजी की चाल बनी रहेगी।

हालांकि, विशेषज्ञों ने इस बात से इनकार नहीं किया है कि बीच में उतार-चढ़ाव आ सकता है, क्योंकि डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान से ऐसी संभावना बनी रहती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं में मंदी का संकट अभी टला नहीं है, चीन की अर्थव्यवस्था में तेजी की दर कुछ धीमी पड़ सकती है। ऐसे में भारत और एशिया प्रशांत क्षेत्र ही विदेशी कोषों के लिए निवेश के बेहतर स्थल हो सकते हैं।

ब्रोकरेज हाऊस आईसीआईसीआई डायरेक्ट के अनुसार, भारतीय बाजारों में तेजी का रुख कुछ समय और जारी रह सकता है। जनवरी, 2008 के बाद पिछले 32 महीनों में गत सप्ताह पहली बार बंबई शेयर बाजार [बीएसई] का सेंसेक्स 20,000 अंकों के पार निकला जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज [एनएसई] 6,000 अंक के स्तर से ऊपर निकला। इसके पीछे विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली समर्थन मुख्य वजह रही है।

सप्ताह दर सप्ताह के आधार पर बीएसई सेंसेक्स में गत सप्ताह 450 अंक की धमाकेदार तेजी दर्ज की गई। एक सप्ताह पहले की तुलना में यह 2.3 प्रतिशत बढकर 20,045.18 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 133 अंक अथवा 2.3 प्रतिशत चढ़कर 6,018.3 अंक पर पहुंच गया। बाजार की यह लगातार चौथे सप्ताह की तेजी रही।

बंबई शेयर बाजार में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश सीमा पांच अरब डालर से 10 अरब डालर और निगमित बांड की सीमा 15 अरब डालर से 20 अरब डालर किए जाने के कारण बाजार में कारोबारी उत्साह बढ़ गया और परिणामस्वरूप लंबे अंतराल के बाद बंबई सूचकांक 20,000 अंक और एनएसई इंडेक्स 6,000 के अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को लांघ गया जहां विदेशी संस्थागत निवेशक भारत में जोरदार आर्थिक विकास के प्रति आश्वस्त नजर आए।

विदेशी संस्थागत निवेशक एक तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत में जोरदार लिवाली के मूड में नजर आ रहे हैं जिन्होंने 24 सितंबर तक देश में कुल 18,649.23 करोड़ रुपये का निवेश किया है। विदेशी संस्थागत निवेशकों की अगुवाई में लिवाली बढ़ने और प्रमुख कंपनियों द्वारा दूसरी तिमाही के लिए अग्रिम कर के भुगतान का बढ़ना बाजार की सकारात्मक मजबूत धारणा का परिचायक है।

देश में एक जून से 22 सितंबर तक संचई बरसात सामान्य से लगभग चार प्रतिशत अधिक रहा जिसने बाजार के उत्साह में चार चांद लगा दिया। क्षेत्रीय इंडेक्सों में बीएसई-एफएमसीजी इंडेक्स 189.07 अंक, बीएसई-टिकाऊ उपभोक्तामाल इंडेक्स 164.59 अंक, बीएसई-आटो इंडेक्स 231.91 अंक और बीएसई-टेक-इंडेक्स 81.15 अंक की तेजी दर्शाता बंद हुआ। सेंसेक्स आधारित शेयरों में 25 शेयर जहां तेजी दर्शाते बंद हुए, वहीं बाकी हानि के साथ बंद हुए। सूचकांक आधारित शेयरों में प्रमुख एफएमसीजी कंपनी एचयूएल के शेयर में सर्वाधित 11.56 प्रतिशत की तेजी आई।

बाजार पूंजीकरण के हिसाब से भारत की विशालतम निजी क्षेत्र की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 2.44 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि इस्पात निर्माता जिन्दल स्टील एंड पावर में 2.28 प्रतिशत की गिरावट आई।

बीएसई और एनएसई में कारोबार का आकार क्रमश: 26,187.56 करोड़ रुपये और 81,657.87 करोड़ रुपये का रहा जो पिछले सप्ताहांत क्रमश: 25,968.75 करोड़ रुपये और 83,479.11 करोड़ रुपये था।

कलकत्ता शेयर बाजार में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सूचकांक में तेजी का रुख कायम रहा और यह सप्ताहांत में लाभ दर्शाता बंद हुआ। कलकत्ता शेयर बाजार का 40 शेयरों पर आधारित सूचकांक सप्ताहांत में 163.66 अंकों की तेजी के साथ सप्ताहांत में 8,145.32 अंक पर बंद हुआ। आरंभ में सूचकांक 7,981.66 अंक पर खुला।